अक्षांश और देशांतर
अक्षांश (Latitude)
- पृथ्वी के केंद्र से भूमध्य अर्थात् विषुवत् रेखा को आधार मानकर खींची गई कोणीय दूरी अक्षांश है। विषुवत् रेखा 0° (शून्य) अक्षांश है।
- विषुवत् रेखा एक महत्त्वपूर्ण कल्पित रेखा है जो पृथ्वी को दो बराबर भागों में विभाजित करती है,
- जिन्हें क्रमश: उत्तरी तथा दक्षिणी गोलार्द्ध कहा जाता है।
- पृथ्वी पर खींचे गए अक्षांश वृत्तों में विषुवत् वृत्त सबसे बड़ा है।
- अक्षांश रेखा तथा विषुवत् रेखा एक-दूसरे के समानांतर होने के साथ एक-दूसरे के संदर्भ में भी समानांतर होते हैं।
- विषुवत् रेखा के उत्तर व दक्षिण स्थित सभी समानांतर रेखाओं को क्रमशः उत्तरी व दक्षिणी अक्षांश कहा जाता है।
- विषुवत् रेखा से ध्रुवों की ओर बढ़ने पर अक्षांश वृत्त छोटे होते जाते हैं।
- 90° उत्तरी अक्षांश उत्तरी ध्रुव को तथा 90° दक्षिणी अक्षांश दक्षिणी ध्रुव को प्रदर्शित करता है।
- किसी स्थान के अक्षांश की माप को अंश, मिनट व सेकंड में प्रदर्शित किया जाता है।
- विषुवत् रेखा से 23½° उत्तर की कोणीय दूरी कर्क रेखा है, जबकि 23½° दक्षिण की कोणीय दूरी मकर रेखा को प्रदर्शित करती है।
- विषुवत् रेखा से 66½° उत्तर की कोणीय दूरी आर्कटिक वृत्त के रूप में,
- जबकि 66½° दक्षिण की कोणीय दूरी अंटार्कटिक वृत्त के रूप में जानी जाती है।
- भूमध्य रेखा 13 देशों- इक्वाडोर, कोलंबिया, ब्राजील (द. अमेरिका), साओ टोम और प्रिंसिपे, गैबन, कॉन्गो, कॉन्गो गणराज्य, युगांडा, केन्या तथा सोमालिया (अफ्रीका), इंडोनेशिया, मालदीव एवं किरिबाती (एशिया) से होकर गुजरती है,
- इन काल्पनिक रेखाओं के मध्य सूर्य के प्रकाश की उपलब्धता के आधार पर पृथ्वी को निम्नलिखित ताप कटिबंधों में वर्गीकृत किया गया है
उष्ण कटिबंध (Torrid Zone)
- कर्क रेखा व मकर रेखा के मध्य का क्षेत्र उष्ण कटिबंध कहलाता है।
- यह पृथ्वी का सबसे गर्म क्षेत्र है। यहाँ विषुवत् रेखा पर सूर्य की किरणें सामान्यतः लंबवत् होती हैं
- तथा शेष भागों में सूर्य वर्ष में कम-से-कम एक बार लंबवत् अवश्य रहता है।
शीतोष्ण कटिबंध (Temperate Zone)
- उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क रेखा तथा आर्कटिक वृत्त के मध्य और दक्षिणी गोलार्द्ध में मकर रेखा
- तथा अंटार्कटिक वृत्त के मध्य का क्षेत्र शीतोष्ण कटिबंध के रूप में जाना जाता है।
- इन क्षेत्रों में सूर्य कभी लंबवत् नहीं चमकता तथा सूर्य किरणों का कोण ध्रुवों की ओर क्रमशः कम होने से तापमान में कमी आती है।
- इस क्षेत्र की विशेषता यह है कि यहाँ गर्मी और सर्दी के मौसम के तापमान में अधिक अंतर नहीं होता।
शीत कटिबंध (Frigid Zone)
- यह उत्तरी गोलार्द्ध में आर्कटिक वृत्त से उत्तरी ध्रुव तक व दक्षिणी गोलार्द्ध में अंटार्कटिक वृत्त से दक्षिणी ध्रुव के तक का क्षेत्र है।
- इन क्षेत्रों में सूर्य की किरणों के तिरछा पड़ने से कम सूर्यातप की प्राप्ति होती है,
- इसलिये इन क्षेत्रों में बहुत ठंड पड़ती है तथा हमेशा में बर्फ जमी रहती है।
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देशांतर (Longitude)
- किसी स्थान की कोणीय दूरी जो प्रधान याम्योत्तर (0° देशांतर) के पूर्व और पश्चिम में होती है, देशांतर कहलाती है।
- अक्षांश वृत्तों के विपरीत, देशांतर रेखाओं की लंबाई बराबर होती है।
- लंदन की ग्रीनविच वेधशाला से गुज़रने वाली देशांतर रेखा को प्रधान मध्याह्न रेखा (Prime Meridian) कहते हैं।
- यह 0° देशांतर को प्रदर्शित करती है।
- मध्याह रेखा के बाईं ओर की रेखाएँ पश्चिमी देशांतर और दाईं ओर की रेखाएँ पूर्वी देशांतर कहलाती हैं।
- 180° पूर्वी तथा 180° पश्चिमी देशांतर एक ही रेखा पर स्थित हैं। देशांतर रेखाएँ भूमध्य रेखा को समकोण पर काटती हैं।
- शून्य डिग्री देशांतर अर्थात् प्रधान याम्योत्तर रेखा 8 देशों- यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन), फ्राँस, स्पेन (यूरोप), अल्जीरिया, माली, बुर्किना फासो, घाना, टोगो (अफ्रीका) से होकर गुज़रती है।
- शून्य अंश अक्षांश रेखा (विषुवत् रेखा) एवं शून्य देशांतर रेखा (प्रधान मध्याह्न रेखा) अफ्रीका के पश्चिम भाग में स्थित ‘गिनी की खाड़ी’ में मिलती हैं, जो कि अटलांटिक महासागर (अंध महासागर) में स्थित है।
- विषुवत् रेखा पर इन रेखाओं के बीच की दूरी सर्वाधिक तथा ध्रुवों की ओर क्रमशः कम होते हुए ध्रुवों पर शून्य हो जाती है।
- विषुवत् रेखा पर की दो देशांतर रेखाओं के बीच दूरी 111.32 किमी. होती है।
देशांतर व समय
- ग्रीनविच मध्याह्न समय (G.M.T.) के आधार पर विश्व के देशों के समय का निर्धारण किया जाता है।
- चूँकि पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूर्णन करती है, अतः ग्रीनविच (इंग्लैंड के निकट शून्य देशांतर पर स्थित स्थान) के पूर्व में सभी स्थानों का समय ग्रीनविच से आगे तथा पश्चिम में समय ग्रीनविच से पीछे होता है।
- पृथ्वी 24 घंटों में अपने अक्ष पर 360° घूम जाती है अर्थात् पृथ्वी को 15° घूमने में 1 घंटे का समय लगता है।
- इस प्रकार प्रत्येक 15° में देशांतर पर एक घंटे का अंतर होता है और 1° देशांतर पर 4 मिनट का।
- 0° से 180° पूर्व की ओर जाने पर ग्रीनविच के समय से यह 12 घंटे आगे का समय होता है।
- इसी तरह 0° से 180° पश्चिम की ओर जाने पर ग्रीनविच समय से 12 घंटे पीछे का समय होता है।
- इसी कारण से 180° पूर्वी व पश्चिमी देशांतर में एक दिन-रात (24 घंटे) का अंतर मिलता है।
स्थानीय समय (Local Time)
- किसी स्थान पर जब सूर्य आकाश में सबसे अधिक ऊँचाई (लंबवत्) पर होता है तब उस समय को उस स्थान का स्थानीय समय कहते हैं।
- एक देशांतर रेखा पर स्थित सभी स्थानों का स्थानीय समय समान होता है।
- भारत के सर्वाधिक पूर्व एवं सर्वाधिक पश्चिम में स्थित स्थानों के स्थानीय समय में लगभग दो घंटों का अंतर होता है।
मानक समय (Standard Time)
- भारत में 82½° (82°30) पूर्वी देशांतर को मानक देशांतर माना गया है।
- यह रेखा उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर (कुछ स्रोतों में इसे इलाहाबाद के ‘नैनी’ को भी बताया गया है।) से होकर गुज़रती है।
- इस देशांतर के स्थानीय समय को पूरे देश का मानक समय माना गया है।
- भारत की अवस्थिति ग्रीनविच के पूर्व में होने के कारण यहाँ का समय 5 घंटा 30 मिनट आगे रहता है।
- कई बड़े देशों में एक से ज़्यादा मानक समय होते हैं, जैसे- रूस में 11 मानक समय हैं।
अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा (International Date Line)
- पृथ्वी पर खींची गई 180° देशांतर वाली काल्पनिक रेखा अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा कहलाती है।
- यह रेखा प्रशांत महासागर में स्थित है।
- साइबेरिया को अलास्का से अलग रखने व साइबेरिया को विभाजित होने से बचाने के लिये 75° अक्षांश पर यह रेखा पूर्व की ओर मोड़ी गई है।
- इस रेखा पर पूर्व और पश्चिम में एक दिन का अंतर पाया जाता है।
- यदि एक यात्री इस तिथि रेखा को पूर्व से पश्चिम की तरफ पार करता है तो एक दिन की कमी,
- जबकि पश्चिम से पूर्व की ओर जाने पर एक दिन की वृद्धि दर्ज करता है।