भारत के ऊर्जा संसाधन

 

भारत के ऊर्जा संसाधन
भारत के ऊर्जा संसाधन
1.पेट्रोलियम 2. कोयला

भारत के ऊर्जा संसाधन

पेट्रोलियम

  • कुल भारत में अधिकांश पेट्रोलियम टर्शियरी युग की अवसादी शैल • संरचनाओं के अपनति तथा भ्रंश ट्रैप (Fault Trap) में पाया जाता है।
  • पेट्रोलियम का लगभग 40 प्रतिशत उत्पादन मुंबई हाई से है।

कोयला

  • भारत में 98 प्रतिशत कोयले का भंडार गोंडवाना क्षेत्र में है जबकि शेष 296 टर्शियरी युगीन चट्टानों में मिलते हैं।
  • कार्बन की मात्रा के आधार पर कोयला चार प्रकार के होते हैं

कार्बन की मात्रा के आधार पर कोयले के प्रकार

कोयला कार्बन का प्रतिशत  विशेषता
पीट 50 प्रतिशत से कम सबसे निम्न कोटि का कोयला।
लिग्नाइट 50 से 75 प्रतिशत तक इसका रंग भूरा होता है।
बिटुमिनस 75 से 90 प्रतिशत तक भारत में इसका खनन व उपयोग सर्वाधिक होता है।

इससे कोक बनता है। यह लौह अयस्क को गलाने में काम आता है।

एंथ्रासाइट 90 प्रतिशत से अधिक

 

यह सबसे कठोर और सबसे उत्तम किस्म का कोयला होता है।

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  •  1774 में पश्चिम बंगाल के रानीगंज में पहला कोयला खान खोला गया।
  • भारत में सबसे महत्त्वपूर्ण गोंडवाना कोयला क्षेत्र दामोदर नदी घाटी में स्थित है।
  • इसके अलावा गोदावरी, महानदी, सोन तथा वर्धा नदी घाटियों में भी कोयला पाया जाता है।
  • भारत में कोयला उत्पादन के निम्न क्षेत्र हैं

भारत कोयला उत्पादक प्रमुख क्षेत्र

दामोदर नदी घाटी

  • इसका विस्तार मुख्यतः झारखंड व पश्चिम बंगाल में है।
  • यह भारत का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र है।
  • झारखंड में चंद्रपुरा, झरिया, बोकारो, गिरिडीह, करनपुरा, रामगढ़ आदि प्रमुख क्षेत्र हैं, जबकि पश्चिम बंगाल में रानीगंज है।
  • झारखंड का ‘झरिया’ भारत का सबसे बड़ा कोयला खनन क्षेत्र है।

सोन नदी घाटी

  • इसमें अधिकांशतः मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के क्षेत्र को शामिल किया जाता है।
  • प्रमुख क्षेत्रों में मध्य प्रदेश का सिंगरौली, सोहागपुर व उमरिया आदि हैं।

महानदी घाटी

  • प्रमुख विस्तार छत्तीसगढ़ व ओडिशा राज्यों में है।
  • प्रमुख क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ के कोरबा, विश्रामपुर, चिरमिरी तथा ओडिशा के तालचेर, सुंदरगढ़ व संबलपुर को शामिल किया जाता है।

गोदावरी घाटी

  • इस कोयला उत्पादक क्षेत्र का अधिकांश विस्तार तेलंगाना में हुआ
  • प्रमुख क्षेत्र- सिंगरेनी, वारंगल, खम्मम व करीमनगर आदि हैं।
  • इन क्षेत्रों के अलावा वर्धा घाटी (चंद्रपुर), सतपुड़ा पर्वतीय क्षेत्र (नरसिंहपुर) एवं राजमहल पर्वतीय क्षेत्र (लालमटिया) से भी कोयला प्राप्त किया जाता है।

भारत में आणविक खनिज

  • गैर जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों में आणविक खनिज सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं।
  • भारत के प्री कैम्ब्रियन एवं धारवाड़ काल की चट्टानों में आणविक खनिज पाए जाते हैं।
  • परमाणु ऊर्जा उत्पादन हेतु यूरेनियम और थोरियम प्रमुख खनिज हैं।
  • पिच ब्लेंड यूरेनियम का मुख्य अयस्क है।
  • भारत का अधिकतर यूरेनियम झारखंड के सिंहभूम ज़िले से प्राप्त होता है।
  • जादूगोड़ा खनन केंद्र झारखंड इसके उत्पादन हेतु प्रसिद्ध है।
  • राजस्थान में सीकर, अलवर प्रमुख यूरेनियम उत्पादक क्षेत्र हैं।
  • आंध्र प्रदेश में संकरा पहाड़ (नेल्लोर) तथा तुमलापल्ली यूरेनियम के प्रमुख भंडार हैं।
  • उपर्युक्त के अतिरिक्त छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश में कुल्लू ज़िला तथा मेघालय में दोमियासिएट, जयंतिया तथा खासी पहाड़ी में भारत के प्रमुख यूरेनियम भंडार हैं।
  • थोरियम भारत के आणविक ऊर्जा कार्यक्रम का एक महत्त्वपूर्ण घटक है।
  • अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार भारत में इसका सर्वाधिक भंडार है।
  • थोरियम मोनाजाइट तथा इल्मेनाइट से प्राप्त किया जाता है।
  • ये केरल के तटीय भागों के साथ-साथ तमिलनाडु एवं ओडिशा के तटीय बालू में भी पाए जाते हैं।

अन्य प्रमुख ऊर्जा स्रोत

  • आणविक ऊर्जा की तरह जैव ऊर्जा/बायोमास भी गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत हैं।
  • जैविक उत्पादों जैसे धान की भूसी, गन्ने की खोई, शहरी कूड़े-कचड़े आदि पदार्थों का उपयोग कर ऊर्जा उत्पादन किया जाता है।
  • गोबर गैस भी इसी में शामिल है।
  • कुछ पौधों का उत्पादन जैव ईंधन के लिये किया जाता है। जैसेजट्रोफा, पोंगामिया आदि।
  • जलवायु परिवर्तन के कारण भारत तथा संपूर्ण विश्व में नवीकरणीय ऊर्जा का प्रचलन बढ़ रहा है।
  • भारत सरकार ने 2022 तक 175 गीगावाट और 2030 तक 450 गीगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य नवीकरणीय ऊर्जा से रखा है।
  • भारत में अभी पवन ऊर्जा से तापीय एवं जलविद्युत के बाद सर्वाधिक ऊर्जा उत्पन्न की जा रही है।
  • पवन ऊर्जा उत्पादन में तमिलनाडु शीर्ष पर है। इसके बाद क्रमश: गुजरात एवं महाराष्ट्र का स्थान आता है।
  • सौर ऊर्जा से 2022 तक 100 गीगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
  • वर्तमान में सौर तापीय तथा फोटोवोल्टिक जैसे दो माध्यमों से भारत में सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है।
  • तरंग ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, समुद्र तापीय ऊर्जा तथा भूतापीय ऊर्जा नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन के अन्य स्रोत हैं।

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