अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य : आधुनिक भारत का इतिहास

  • भारतीय सिविल सेवा में अर्हता प्राप्त करने वाले प्रथम भारतीय सत्येंद्र नाथ टैगोर (1864) थे।
  • 1877 के दिल्ली दरबार में गणेश वासुदेवन जोशी हाथ से काती हुई खादी के कपड़े पहनकर गए थे।
  • डफरिन का कहना था- “कांग्रेस भारतीयों के एक सूक्ष्म भाग का प्रतिनिधित्व करती है।”
  • कर्जन ने कहा था- “कांग्रेस शनैःशनैः लड़खड़ा रही है और मेरी इच्छा है कि मैं उसकी शांतमय मृत्यु में सहायक बनूँ।”
  •  गोखले ने कर्जन के प्रशासन की तुलना औरंगज़ेब से की थी।
  • ए-ओ-ह्यूम को ‘हरमिट ऑफ शिमला’ कहा जाता है। ये 1885-1907 तक कांग्रेस के महासचिव रहे।
नेता राजनीतिक गुरु
लाला लाजपत राय मेजिनी (इटली)
महात्मा गांधी गोपाल कृष्ण गोखले
सुभाषचंद्र बोस चित्तरंजन दास
बाल गंगाधर तिलक दादाभाई नौरोजी

 

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  •  रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित जन-गण-मन सर्वप्रथम जनवरी 1912 में ‘भारत भाग्य विधाता’ के नाम से प्रकाशित हुआ था।
  • बाल गंगाधर तिलक कभी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं रहे।
  • 1921 में नरेंद्रमंडल (Chamber of Princes) की स्थापना की गई।
  • ब्रिटिश भारतीय सरकार तथा देशी रियासतों के मध्य संबंध सुधारने हेतु सिफारिश करने के लिये 1927 में बटलर कमेटी का गठन किया गया था।
  • भारत छोड़ो आंदोलन के समय लॉर्ड वेवेल प्रधान सेनापति था जो बाद में (1944-47) भारत का वायसराय बना।
  • इंडिया इंडिपेंडेंस लीग की स्थापना रास बिहारी बोस ने की थी।
  • ‘ट्राइस्ट विद डेस्टिनी- (14 अगस्त, 1947) नामक भाषण जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिया गया।
  • भारत की आज़ादी के समय इंग्लैंड का सम्राट जॉर्ज VI तथा इंग्लैंड का प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली (लेबर पार्टी) था।
  • भू-दान आंदोलन 18 अप्रैल, 1951 को आंध्र प्रदेश (वर्तमान में तेलंगाना) के पोचमपल्ली ग्राम से आचार्य बिनोवा भावे द्वारा शुरू किया गया।
  • भारत के अंतिम गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी थे।

 

  • 1877 में दादाभाई नौरोजी ने इंग्लैंड में भारतीय सुधार समिति की स्थापना की थी।
  • ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स का चुनाव लड़ने वाले सबसे पहले भारतीय दादाभाई नौरोजी थे। उन्होंने लिबरल पार्टी के उम्मीदवार के रूप में 1892 में चुनाव जीता।
  • भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन सर्वप्रथम दादाभाई नौरोजी ने किया।
  • दादाभाई नौरोजी ने तीन बार कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।

 

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