- सभी महत्त्वपूर्ण भारतीय नेताओं एवं राजनीतिक दलों ने संवैधानिक सुधारों की एक वैकल्पिक योजना बनाकर साइमन कमीशन की जगह वैकल्पिक आयोग बनाने के लॉर्ड बर्केनहेड (भारत सचिव) की चुनौती का जवाब देने का फैसला किया।
- अतः 1928 में मोतीलाल नेहरू की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई जिसने अगस्त 1928 में ‘नेहरू रिपोर्ट’ प्रस्तुत की।
- इसमें संवैधानिक सुधारों का खाका प्रस्तुत किया गया।
- ‘नेहरू रिपोर्ट’ में डोमिनियन स्टेटस, भाषायी आधार पर प्रांतों का गठन, वयस्क मताधिकार, मौलिक अधिकार-जिसमें महिलाओं को समान अधिकार, पृथक् निर्वाचक मंडल की समाप्ति आदि बातें सम्मिलित थीं ।
- ‘नेहरू रिपोर्ट’ पर विचार करने हेतु 1928 में लखनऊ में एक सर्वदलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
- इस सम्मेलन में जिन्ना ने नेहरू रिपोर्ट को अस्वीकार कर दिया तथा उन्होंने अलग से 14 सूत्रीय योजना पेश की।
- जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में युवा एवं उग्रवादी राष्ट्रवादियों ने नेहरू रिपोर्ट में स्वायत्तशासी डोमिनियन पद्धति की मांग पर आपत्ति जताते हुए पूर्ण स्वराज की मांग की। इसके लिये जवाहरलाल नेहरू तथा सुभाषचंद्र बोस ने इंडिपेंडेंस ऑफ इंडिया लीग (1928) का गठन किया।
- 1929 के लाहौर अधिवेशन में जवाहर लाल नेहरू को कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
- इसी अधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर पूर्ण स्वराज को कांग्रेस का लक्ष्य घोषित किया गया।
- 31 दिसंबर, 1929 को आधी रात के समय रावी नदी के तट पर भारतीय स्वतंत्रता का प्रतीक तिरंगा फहराया गया
- तथा 26 जनवरी, 1930 को भारत का प्रथम स्वाधीनता दिवस घोषित किया गया।
हमारा YouTube Channel, Shubiclasses अभी Subscribe करें !