ब्रह्मांड
- ब्रह्मांड | Universe का वैज्ञानिक अध्ययन कॉस्मोलॉजी (Cosmology) कहलाता है।
- गॉड पार्टिकल (हिग्स बोसॉन) से ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्यों को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
- ब्रह्मांड की उत्पति के विषय में तीन मुख्य सिद्धांत हैं –
- महाविस्फोट सिद्धांत (बिग-बैंग थ्योरी)- इसका प्रतिपादन बेल्जियम के पादरी जॉर्ज लैमेटेयर ने किया। महाविस्फोट सिद्धांत को ही ब्रह्मांड की उत्पति का मानक सिद्धांत माना जाता है।
- ‘साम्यावस्था सिद्धांत’ (Steady State Theory)- इसका प्रतिपादन गोल्ड, हर्मन बोंडी एवं सर फ्रेड होल ने किया।
- दोलन सिद्धांत (Oscillating Universe Theory)- ब्रह्मांड के विस्तार और संकुचन से संबद्ध इस नए सिद्धांत के प्रवर्तक डॉ. एलन संडेज हैं।
- ब्रह्मांड में पाए जाने वाले सभी आकाशीय पिडों की विशेषताओं का वैज्ञानिक अध्ययन खगोलशास्त्र (Astronomy) के अंतर्गत आता है।
- सर्वप्रथम कॉपरनिकस ने 16वीं शताब्दी में यह प्रतिपादित किया कि सूर्य हमारे सौरमंडल का केंद्र है और पृथ्वी उसकी परिक्रमा करती है।
- खगोलशास्त्री केपलर ने 17वीं शताब्दी में ग्रहों के गति संबंधी नियमों का प्रतिपादन किया था।
- खगोलशास्त्री एडविन हब्बल ने बताया कि हमारी आकाशगंगा के समान ब्रह्मांड में कई आकाशगंगाएँ पाई जाती हैं।
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