चिश्ती सिलसिला
- भारत का सर्वप्राचीन सूफी सिलसिला चिश्ती सिलसिला था।
- भारत में इसके संस्थापक ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती थे।
- वे 1192 में भारत आए और अजमेर में बसे।
ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी (1186-1235)
- मुइनुद्दीन चिश्ती के शिष्य थे।
- इन्हें बख्तियार की उपाधि मुइनुद्दीन चिश्ती ने प्रदान की थी।
- कुतुबुद्दीन ऐबक ने इन्हीं की याद में कुतुबमीनार बनवाई थी।
बाबा फरीद (फ़रीदुद्दीन-गंज-ए-शकर)
- काकी के शिष्य थे। हांसी तथा अजोधन को अपना केंद्र बनाया।
- ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ में इनके उपदेश संकलित है। इन्हें पाक पाटन पंजाब में दफनाया गया।
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निजामुद्दीन औलिया (1236-1325)
- बाबा फरीद के शिष्य थे। बदायूँ में जन्म हुआ था।
- दिल्ली के सात सुल्तानों का कार्यकाल देखा।
- इन्हें ‘महबूब-ए-इलाही’ और ‘सुल्तान-उल-औलिया’ की उपाधि मिली।
- अमीर खुसरो इनके शिष्य थे।
- निज़ामुद्दीन औलिया ने अमीर खुसरो को ‘तुर्कल्लाह’ की उपाधि दी।
- इनका मकबरा दिल्ली में है।
नसीरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली
- इनका जन्म अयोध्या में हुआ था। इनके प्रचार-प्रसार का केंद्र दिल्ली था।
- गेसूदराज इनके शिष्य थे जिनको ‘बंदानवाज़’ की उपाधि मिली थी।
सुहरावर्दी सिलसिला
- सुहरावर्दी सूफी संत सादा जीवन नहीं बिताते थे। ये राजकीय पद भी धारण करते थे।
- सुहरावर्दी सिलसिला उच्च वर्गों में लोकप्रिय था।
- इसके संस्थापक (भारत में) बहाउद्दीन ज़कारिया थे तथा इनका क्षेत्र सिंध और मुल्तान था।
- आगे सुहरावर्दी दो भागों में बँट गया- फिरदौसी (संस्थापक- शेख बदरुद्दीन) तथा सत्तारी (संस्थापक-अब्दुल सत्तार )
- सर्फुद्दीन याहया मनेरी फिरदौसी सिलसिले के सबसे प्रसिद्ध संत थे।
- सत्तारी योग को अपनाने वाली एकमात्र शाखा थी। मोहम्मद गौस इस संप्रदाय के प्रसिद्ध संत थे।
- कादिरी सिलसिले के संस्थापक अब्दुल कादिर जिलानी थे। इस सिलसिले के प्रमुख संतो में मियाँमीर थे।
- नक्शवंदी सिलसिले के भारत में प्रर्वतक ख्वाज़ा बाकीबिल्लाह थे शेख अहमद सरहिंदी इसके एक प्रमुख संत थे।
- रोशनिया सिलसिले के संस्थापक बायाजिद अंसारी थे।