बहुलक (Polymer)
- यह पुनरावृत्त संरचनात्मक इकाइयों बृहद् पैमाने पर जुड़ने से बनते हैं।
- ये पुनरावृत्त संरचनात्मक इकाइयाँ सरल और क्रियाशील अणु होते हैं, जो आपस में सहसंयोजक बंध से जुड़कर ‘बहुलक’ का निर्माण करते हैं।
- इन पुनरावृत्त संरचनात्मक इकाइयों को ‘एकलक’ भी कहते हैं तथा एकलक से बहुलक बनने की प्रक्रिया को बहुलकीकरण (Polymerisation) कहते हैं।
- प्राकृतिक बहुलकः यह पादप तथा जंतुओं में जैसे-प्रोटीन, सेलुलोज, स्टार्च इत्यादि पाए जाते हैं
- अर्द्ध-संश्लेषित बहुलकः सेलुलोस व्युत्पन्न जैसे रेयॉन और सेलुलोज नाइट्रेट इत्यादि
- संश्लेषित बहुलकः पॉलिथीन, संश्लेषित रेशा (नाइलॉन 6, 6)इत्यादि ।
बहुलक का उपयोग
- सेलुलोज, रेशम, लकड़ी इत्यादि प्राकृतिक बहुलक हैं, जबकि नाइलॉन, बेकेलाइट, पी.वी.सी. इत्यादि कृत्रिम बहुलक हैं।
- पॉली प्रोपीलीन का उपयोग वस्त्र निर्माण में; पॉली विनाइल क्लोराइड (PVC) का उपयोग फर्नीचर निर्माण, सीवर पाइपों के निर्माण, कपड़ा उद्योग में किया जाता है।
- ग्लाइकोजन, स्टार्च तथा सेलुलोज, ग्लूकोज के बहुलक हैं।
- बैकलाइट (Bakelite) का निर्माण फीनॉल में फार्मेल्डिहाइड मिलाकर किया जाता है।
- यह कठोर होता है, इसका उपयोग विद्युत स्विच व अन्य विद्युत उपकरणों के निर्माण में किया जाता है।
- पॉली स्टाइरीन का उपयोग पैकेजिंग उद्योग (Packaging Industry) में किया जाता है।
- ग्लिप्टल (Glyptal) का उपयोग पेंट निर्माण व कोटिंग के लिये किया जाता है।
- नाइलॉन एक पॉलीएमाइड है, जिसका उपयोग रस्सियों के निर्माण, मज़बूत जाल के निर्माण के साथ-साथ जल का कम अवशोषण करने व बहुत मज़बूत होने के कारण वस्त्र उद्योग में भी हो रहा है। इसका उपयोग बुलेट-प्रूफ जैकेट बनाने में किया जाता है। उदाहरण: नाइलॉन 6-6, नाइलॉन 6
- नियोप्रिन एक संश्लेषित रबर है, जिसका उपयोग विद्युत अवरोधक उपकरणों के निर्माण में होता है।
- टेफ्लॉन एक महत्त्वपूर्ण बहुलक (Polymer) है, जो जंग प्रतिरोधी होने के साथ-साथ रासायनिक रूप निष्क्रिय भी है।
- अतः इसका उपयोग सीलों व न चिपकने वाले सतह से लेपित बर्तनों (Non-Stick Cookware) में किया जाता है।
- केवलर नामक बहुलक का प्रयोग भी बुलेटप्रूफ जैकेट के निर्माण में होता है, यह एक सिंथेटिक फाइबर है, जो ‘पॉली पैराफेनीलीन टेरेप्यालैमाइड‘ का ट्रेडमार्क नाम है।
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पॉलीएस्टर (Polyester)
- वस्त्र उद्योग में इसका उपयोग प्रमुखता से किया जाता है, उदाहरण डेकरान अथवा टेरीलान है।
रबर का वल्कनीकरण (Vulcanisation of rubber)
- रबर एक प्राकृतिक बहुलक (Polymer) है, जिसमें प्रत्यास्थता का गुण पाया जाता है।
- रबर के वृक्ष से प्राकृतिक रबर का उत्पादन किया जाता है।
- रबर को ऐच्छिक उपयोग के अनुसार तैयार करने के लिये रबर का वल्कनीकरण किया जाता है।
- इस प्रक्रिया के दौरान रबर में सल्फर मिलाकर एक निश्चित ताप परास (373K-415K) पर गर्म किया जाता है।
- इस प्रक्रिया के उपरांत रबर मजबूत ऑक्सीकारकों के प्रति प्रतिरोधी गुणवत्तायुक्त हो जाता है।
- टायरों हेतु उपयोग में लाए जाने वाले रबर में 5% तक सल्फर मिलाया जाता है।