अंतरिक्ष में कब्जा करना चाहता है चीन

 

चीन

चीन ख़बरों में क्यों है?

चीनअंतरिक्ष में अब अपनी ताकत बढ़ाने में लगा हुआ है। एक टॉप ब्रिटिश जासूस ने चेतावनी दी है कि अंतरिक्ष में कब्जा करने के लिए चाइना स्टार वार्स फिल्म की तरह हथियारों का निर्माण कर रहा है। ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी GCHQ के बॉस सर जेरेमी फ्लेमिंग ने एक वार्षिक सुरक्षा बैठक में बताया, ‘कई लोगों का मानना है, चाइना युद्ध की स्थिति में ब्रिटिश और पश्चिमी देशों की सैटेलाइट को तबाह करने वाले शक्तिशाली हथियारों को बना रहा है।’ उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन को चीन की वैश्विक तकनीकी प्रभुत्व पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कार्रवाई की जरूरत है।

उन्होंने एक वार्षिक लेक्चर नें कहा कि चाइना के बायडू सैटेलाइट (BeiDou) के नेटवर्क का उपयोग किसी को भी, कहीं भी ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ‘कई लोगों का मानना है कि चीन एक शक्तिशाली एंटी सैटेलाइट क्षमता का निर्माण कर रहा है, जिसका लक्ष्य युद्ध की स्थिति में अन्य देशों को अंतरिक्ष तक पहुंचने से रोकना है। ऐसी आशंका भी है कि इस टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल लोगों को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है।’

हमारा YouTube Channel, Shubiclasses अभी Subscribe करें !

चीन हमारे युग के लिए खतरा-

रूस और चीन दोनों ही देशों के पास एंटी सैटेलाइट हथियार हैं। ये सैटेलाइट मिसाइल की तरह हैं, लेकिन चाइना अब लेजर सिस्टम पर काम कर रहा है। इनके जरिए संचार, निगरानी और GPS सैटेलाइट को बर्बाद किया जा सकता है। अगर सैटेलाइट को नष्ट कर दिया गया तो मिसाइलें टारगेट का पता नहीं लगा सकेंगी। उन्होंने कहा कि रूस नहीं, बल्कि चाइना हमारे युग के लिए खतरा है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा, ‘चीन का प्रभाव नई तकनीकों जैसे डिजिटल करेंसी में बढ़ रहा है। चाइना इनका इस्तेमाल अपनी आबादी, पड़ोसियों और देनदारों पर नियंत्रण के लिए कर सकता है।’

नागरिकों पर नियंत्रण करना चाहता है चीन-

उन्होंने कहा कि चीनी नेतृत्व का मानना है कि उनकी ताकत और अधिकार एक पार्टी सिस्टम से आती है। इसका मतलब है कि वे अपने नागरिकों की क्षमता का समर्थन करने की बजाय चीनी लोगों पर नियंत्रण के अवसर देखते हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘चाइना को लोकतंत्र और फ्री स्पीच से डर लगता है। ये कोई आश्चर्य नहीं है कि जब चाइना के लोग उन्नत अर्थव्यवस्था के लिए काम कर रहे थे, तब पार्टी ने अपने संसाधनों का उपयोग कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों और सर्विलांस के लिए किया।’

Leave a comment