गैसों से संबंधित कुछ प्रमुख नियम

बॉयल का नियम (Boyle’s Law)

स्थिर ताप पर किसी गैस की निश्चित मात्रा का दाब गैस के आयतन के व्युत्क्रमानुपाती होता है।

P1 /V

P → गैस का दाब, V→गैस का आयतन

चार्ल्स का नियम (Charle’s law)

  • स्थिर दाब पर गैस की निश्चित मात्रा का आयतन उसके परम ताप (Absolute Temperature) के समानुपाती होता है।
  • VT
  • T-परम ताप
  • V गैस का आयतन,

परम ताप (Absolute Temperature)

  • – 273.15°C को ‘परम शून्य ताप’ कहते हैं। ताप मापने का वह पैमाना जिसमें -273.15°C को शून्य माना जाता है अर्थात् 0 K लिया जाता है, उसे ‘परम ताप पैमाना’ कहते हैं। इसे केल्विन में मापा जाता है।
  • इस पैमाने पर 0°C = 273.15 K
  • गणना में सुविधा के लिये 273.15 को पूर्णांक बनाकर (273) ही सामान्यतः उपयोग में लाया जाता है।

गै-लुसेक का नियम (Gay Lussae’s Law)

( दाब और ताप में संबंध )

  • स्थिर आयतन पर किसी निश्चित मात्रा वाली गैस का दाब उसके तापमान के समानुपाती होता है।

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क्रांतिक ताप (Critical Temperature)

  • वह अधिकतम तापमान जिसके ऊपर किसी गैस को दाब बढ़ाकर द्रवित नहीं किया जा सकता है, क्रांतिक ताप कहलाता है। CO2के लिये क्रांतिक ताप 30.98°C है। जबकि क्रांतिक ताप पर गैस को दाब बढ़ाकर द्रवित किया जा सकता है। किसी गैस के लिये यह ‘क्रांतिक दाब’ कहलाता है।

विसरण (Diffusion )

  • यह गैसीय कणों की गति हैं, जो अधिक सांद्रता वाले स्थान से कम सांद्रता वाले स्थान की ओर होती है।

ग्राहम का विसरण नियम (Graham’s Law of Diffusion)

  • गैसों के विसरण की दर उनके घनत्व अथवा अणुभार के वर्गमूल के व्युत्क्रमानुपाती होती है।

एवोगैड्रो का नियम (Avogadro’s Law)

  • ताप व दाब की समान स्थितियों में एक-समान आयतन वाली गैसों में अणुओं की संख्या समान होती है। किसी पदार्थ के एक मोल में कणों (परमाणु, अणु अथवा आयन) की संख्या निश्चित होती है, जिसका मान 6.022 ×1023 होता है। इसे ‘एवोगैड्रो स्थिरांक’ या ‘एवोगैड्रो संख्या’ कहते हैं।

परमाणु द्रव्यमानः किसी परमाणु के द्रव्यमान को कार्बन-12(C-12) के एक परमाणु के द्रव्यमान के1/12 वें भाग के रूप में परिभाषित किया जाता है।

आणविक द्रव्यमानः अणुओं का आणविक द्रव्यमान उनमें उपस्थित विभिन्न तत्त्वों के परमाणुओं का योग होता है।

मोल संकल्पना

  • किसी पदार्थ का एक मोल उस पदार्थ की वह मात्रा है, जिसमें उतने ही परमाणु उपस्थित होते हैं, जितने कि कार्बन-12 के 12 ग्राम में परमाणुओं की संख्या होती है।

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