अफ्रीका महाद्वीप

 

Africa (अफ़्रीका)

  • अफ्रीका महाद्वीप क्षेत्रफल व जनसंख्या दोनों ही दृष्टि से एशिया के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है।
  • इसके उत्तर में भूमध्य सागर, उत्तर-पूर्व में लाल सागर, पश्चिम तथा दक्षिण-पश्चिम में अटलांटिक महासागर एवं पूर्व में हिंद महासागर स्थित है।
  • यह विश्व का एकमात्र महाद्वीप है जहाँ से कर्क, मकर व विषुवत तीनों रेखाएँ गुज़रती हैं।
  • इस महाद्वीप का विस्तार पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण चारों गोलाद्धों में है। यह विश्व का सर्वाधिक देशों (54 देश) वाला महाद्वीप है।
  • सिनाई स्थलसंधि एशिया और अफ्रीका के मध्य स्थित है जो लाल सागर को भूमध्य सागर से अलग करती है तथा
  • एशिया महाद्वीप को अफ्रीका महाद्वीप से जोड़ती है।
  • इसी स्थलसंधि पर स्वेज़ नहर का निर्माण कर लाल सागर को भूमध्य सागर से जोड़ा गया है।
  • जिब्राल्टर जलसंधि अफ्रीका महाद्वीप को यूरोप महाद्वीप से अलग करती हैं।
  • अफ्रीका महाद्वीप को ‘पठारों व मरुस्थलों’ का महाद्वीप भी कहते हैं।
  • अफ्रीका के उत्तरी क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा मरुस्थल ‘सहारा मरुस्थल’ स्थित है वहीं, दक्षिणी क्षेत्र में ‘कालाहारी मरुस्थल’ का विस्तार पाया जाता है।
  • कालाहारी मरुस्थल बोत्सवाना, नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के क्षेत्रों में फैला है किंतु इसका अधिकांश विस्तार ‘बोत्सवाना’ में पाया जाता है।
  • इस महाद्वीप में काफी पिछड़ापन होने के कारण इसे काला/अंध महाद्वीप भी कहा जाता है।
  • अफ्रीका में ही ‘ग्रेट रिफ्ट वैली’ स्थित है।
  • इस महान भ्रंश घाटी में अनेक झीलों की उत्पत्ति हुई है, जिसमें-मलावी, अल्बर्ट, रूडोल्फ,टांगानिका प्रमुख हैं।
  • मीठे पानी की विश्व की दूसरी सबसे बड़ी झील व अफ्रीका की सबसे बड़ी झील ‘विक्टोरिया’ इस भ्रंश घाटी में स्थित नहीं है किंतु इसे ‘अफ्रीकन ग्रेट लेक्स’ का भाग माना जाता है।
  • अफ्रीका में एकमात्र नवीनतम् मोड़दार पर्वत के रूप में ‘एटलस पर्वत’ का विकास हुआ है।
  • एटलस पर्वत मोरक्को, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया तक फैला है। इसकी सबसे ऊँची चोटी ‘माउंट टौब्कल’ है जो मोरक्को में स्थित है।
  • अफ्रीका महाद्वीप के स्थलबद्ध (Landlocked) देश: बोत्सवाना, मलावी, जिंबाब्वे, जाम्बिया, युगांडा, लेसोथो, स्वाजीलैंड, बुरंडी, रवांडा, इथोपिया, बुर्किना फासो, मध्य अफ्रीका गणराज्य, चाड, • नाइजर, माली, दक्षिण सूडान है।
  • अफ्रीका के अधिकांश क्षेत्र का विस्तार कर्क व मकर रेखा के मध्य है,
  • जिससे यहाँ उष्ण कटिबंधीय जलवायवीय दशाओं का विकास हुआ है।
  • अतः यहाँ वर्षभर उच्च तापमान पाया जाता है तथा विषुवत् रेखीय क्षेत्रों में वर्षभर संवहनीय वर्षा होती है,
  • जिससे सघन वनस्पतियों का विकास हुआ है।
  • विश्व का द्वितीय सबसे उच्चतम तापमान वाला क्षेत्र ‘अल अजीजिया’ अफ्रीका के लीबिया में स्थित है।
  • विषुवतीय जलवायु प्रदेश से उत्तर व दक्षिण में सवाना (सूडान)तुल्य जलवायु पाई जाती है।
  • यहाँ सर्वाधिक वर्षा ग्रीष्म ऋतु में होती है तथा शीत ऋतु शुष्क होती है।
  • अफ्रीका के उत्तरी और दक्षिणी तटीय प्रदेशों में मोरक्को, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया तथा दक्षिण अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप’ में भूमध्य सागरीय जलवायु पाई जाती है। यहाँ सर्वाधिक वर्षा शीत ऋतु में होती है और ग्रीष्म ऋतु शुष्क रहती है।
  • इस महाद्वीप में खाद्यान फसलों से कहीं अधिक नकदी फसलों की कृषि की जाती है।
  • यहाँ की नकदी फसलों में ‘पॉम आयल’ प्रमुख है।
  • आइवरी कोस्ट विश्व में सर्वाधिक कोको का उत्पादन करने वाला देश है।
  • केन्या विश्व में चाय उत्पादन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण राष्ट्र है।
  • अफ्रीका के नील नदी बेसिन क्षेत्र में कपास का अत्यधिक उत्पादन किया जाता है।
  • अफ्रीका में सर्वाधिक जैतून का उत्पादन करने वाला देश ट्यूनीशिया है।
  • तंज़ानिया के जंजीबार व पेम्बा द्वीप पर लौंग और इलायची का बड़े स्तर पर उत्पादन किया जाता है, इसीलिये पेम्बा व बार को ‘लौंग द्वीप’ (क्लोब आइलैंड) भी कहते हैं।
  • अफ्रीका के विषुवत् रेखीय वनों की सघनता अधिक है।
  • यहाँ अनेक वृक्षों (महोगनी, आबनूस, शाल्मली) और जीव-जंतुओं का विकास हुआ है।
  • दक्षिण अफ्रीका के ट्रांसवाल नामक क्षेत्र में जिराफ व ज़ेबरा जैसे प्रसिद्ध जानवर मिलते हैं, वहीं कालाहारी मरुस्थल ‘बस्टर्ड’ व ‘शुतुरमुर्ग’ जैसे पक्षियों का आवास स्थल है।
  • केन्या का ‘मारा मसाई नेशनल पार्क’ पर्यटन के लिये प्रसिद्ध है।

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अफ्रीका के कर्क, मकर तथा विषुवत् रेखा पर अवस्थित देश ( पूर्व से पश्चिम क्रम में)

कर्क रेखा: मिस्र, लीबिया, नाइजर, अल्जीरिया, माली, मॉरितानिया,पश्चिमी सहारा

मकर रेखा: मेडागास्कर, मोज़ाम्बिक, दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नामीबिया

विषुवत् रेखाः सोमालिया, केन्या, युगांडा, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो (ज़ायरे), कॉन्गो, गैबन

  • अफ्रीका में सर्वाधिक हीरे का उत्पादन बोत्सवाना व कांगो गणराज्य में होता है,
  • वहीं किंबरले व प्रिटोरिया दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख हीरा उत्पादक क्षेत्र हैं।
  • अफ्रीका महाद्वीप में सोने का सर्वाधिक उत्पादन दक्षिण अफ्रीका में होता है।
  • यहाँ का ‘जोहांसबर्ग’, स्वर्ण खनन हेतु विश्व प्रसिद्ध है।
  • यहाँ की अधिकांश जनसंख्या ‘नीग्रीटो प्रजाति’ की है जो यहाँ के मूल निवासी हैं।
  • अफ्रीका का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश ‘नाइजीरिया’ है।

महत्वपूर्ण देशों से सम्बंधित अन्य तथ्य

दक्षिण अफ्रीका

  • दक्षिण अफ्रीका में पाई जाने वाली शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान को ‘वेल्ड’ कहते हैं।
  • यहाँ के वेल्ड प्रदेश को ‘मक्का त्रिभुज’ कहा जाता है।
  • यहाँ की मेरिनों भेड़ से अच्छी किस्म के ऊन प्राप्त किये जाते हैं।
  • रैंड में स्थित ट्रांसवाल क्षेत्र दक्षिण अफ्रीका का प्रमुख सोना उत्पादक केंद्र है।
  • हीरा उत्पादन के लिये दक्षिण अफ्रीका का किंबरले पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
  • इसे ‘डायमंड सिटी’ भी कहते हैं।
  • पृथ्वी पर मानव निर्मित खनन संबंधित सबसे लंबी सुरंग किंबरले खनन क्षेत्र में स्थित है।
  • अफ्रीका महाद्वीप का दक्षिणतम् बिंदु ‘आशा अंतरीप’ (केप-ऑफगुड-होप) दक्षिण अफ्रीका में स्थित है।

मिस्र

  • मिस्र अफ्रीका महाद्वीप के उत्तर-पूर्व में स्थित है।
  • इसके उत्तर में भूमध्य सागर तथा दक्षिण-पूर्व में लाल सागर स्थित है।
  • यह अफ्रीका का एकमात्र देश है जो स्थल खंड के माध्यम से एशिया से जुड़ता है।
  • यहाँ के अधिकांश क्षेत्रफल पर सहारा मरुस्थल का विस्तार है।
  • नील नदी इसके मध्य से होकर गुज़रती है।
  • स्वेज़ नहर पर पोर्ट सईद व पोर्ट स्वेज़ के मध्य उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर क्रमश: टिमसा, ग्रेट बिटर एवं लिटिल बिटर नामक झीलें अवस्थित हैं।
  • सिनाई प्रायद्वीप के पूर्व में अक्काबा की खाड़ी तथा पश्चिम में स्वेज़ की खाड़ी अवस्थित है।
  • यहाँ के मरुद्यानों (Oasis) में खजूर की भी खेती होती है किंतु कपास यहाँ की प्रमुख नकदी फसल है। यहाँ के किसानों को ‘फेल्लाह’ कहते हैं।
  • यहाँ नील नदी के किनारे ‘गीज़ा शहर’ अवस्थित है।
  • यह शहर अपनी प्राचीन स्थापत्य कला हेतु पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
  • यहाँ के पिरामिडों को सात आश्चर्यो में शामिल किया गया है।
  • मिस्र में ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली स्थानीय पवन को ‘खमसिन’ कहते हैं।

नाइजीरिया

  • नाइजीरिया पश्चिमी अफ्रीका में स्थित अफ्रीका का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है। इसको ‘निम्न भू-भागों’ व ‘पठारों का देश’ कहते हैं।
  • अफ्रीका में सर्वाधिक पॉम आयल उत्पादन करने वाला देश नाइजीरिया को ‘तेलताड़’ की भी संज्ञा दी जाती है।
  • यहाँ ग्रीष्म ऋतु में उत्तर-पूर्व दिशा से गर्म व धूल भरी हवाएँ चलती हैं, जिसे यहाँ ‘हरमट्टन’ कहते हैं।
  • हाउसा, फुलानी व येरूबा यहाँ की प्रमुख जनजातियाँ हैं।
  • हाउसा व फुलानी ‘मुस्लिम धर्म’ का तथा येरूबा ‘ईसाई धर्म’ का पालन करती है।
  • येरूबा यहाँ की समृद्ध जनजाति है, वहीं हाउसा कृषक तथा फुलानी पशुपालक जनजाति है।

केन्या

  • केन्या की राजधानी नैरोबी है। यह नगर अफ्रीका का महत्त्वपूर्ण हिल स्टेशन तथा चाय उत्पादन का महत्त्वपूर्ण केंद्र है।
  • मोबासा पोर्ट, केन्या का प्रमुख बंदरगाह है।
  • तंजारा रेल एक महाद्वीपीय रेलमार्ग है जो अंगोला के बेंगुएला को तंजानिया के दर-एस-सलाम बंदरगाह से जोड़ती है।
  • फूटा जलोन पठार गिनी में अवस्थित है जो ‘फुलानी’ जनजाति का निवास स्थान है।
  • सहारा के उत्तर में फैले अर्द्ध शुष्क क्षेत्र को ‘साहेल’ कहते हैं।
  • घाना के प्रमुख कोको उत्पादक क्षेत्रों-सेकोंदी-टाकोरैंदी, कुमासी तथा अफ्रीका को मिलाकर कोको त्रिभुज बनता है।
  • अफ्रीका महाद्वीप का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा देश अल्जीरिया तथा सबसे छोटा देश सेशल्स है।
  • हॉर्न ऑफ अफ्रीका प्रायद्वीप में अवस्थित देश इरीट्रिया, जिबूती,इथोपिया और सोमालिया हैं।

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